भारत की राजधानी हॆ-यह दिल्ली.भारत का लघु-रुप हॆ यह दिल्ली.अनेकताओं में एकता का शहर हॆ-दिल्ली . दिलवालों का शहर हॆ यह दिल्ली.पाश्चात्य व पश्चिमी संस्कृति का मिश्रण हॆ-यह दिल्ली.भारतीय राजनीति का अखाडा हॆ यह दिल्ली.न जाने कितनी बार उजडी व बसी यह दिल्ली.इस दिल्ली शहर के साहित्यकारों,पत्रकारों व ब्लागरों का एक सामूहिक मंच हॆ-यह ’दिल्ली ब्लागर्स एसोशिएशन.
शनिवार, फ़रवरी 04, 2012
राजभाषा विकास मंच RAJBHASHA VIKAS MANCH: काले अंग्रेजों के मुंह पर,आशा भोंसले का तमाचा
राजभाषा विकास मंच RAJBHASHA VIKAS MANCH: काले अंग्रेजों के मुंह पर,आशा भोंसले का तमाचा: अपना शहर:दिल्ली भी,काफी अजीब हॆ.यहां पर आये दिन,कोई न कोई तमाशा होता ही रहता हॆ.पिछले दिनों,2 फरवरी 2012 को एक संगीत समारोह के कार्यक्रम मे...
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main ne bhi is khbar ke baare me suna tha,sun kar kafi man dukha tha
जवाब देंहटाएंअवंती जी,
हटाएंदु:ख की बात तो यही हॆ कि जो बात अपनी भाषा में कही जा सकती हॆ,उसके लिए भी किसी विदेशी भाषा का इस्तेमाल.पता नहीं,अंग्रेजी की गुलाम मानसिकता के शिकार अपने ही देश के ये लोग,कब सुधरेगें?