भारत की राजधानी हॆ-यह दिल्ली.भारत का लघु-रुप हॆ यह दिल्ली.अनेकताओं में एकता का शहर हॆ-दिल्ली . दिलवालों का शहर हॆ यह दिल्ली.पाश्चात्य व पश्चिमी संस्कृति का मिश्रण हॆ-यह दिल्ली.भारतीय राजनीति का अखाडा हॆ यह दिल्ली.न जाने कितनी बार उजडी व बसी यह दिल्ली.इस दिल्ली शहर के साहित्यकारों,पत्रकारों व ब्लागरों का एक सामूहिक मंच हॆ-यह ’दिल्ली ब्लागर्स एसोशिएशन.
रविवार, जनवरी 13, 2013
मेरा दूसरा कविता संग्रह’दोस्ती’-’यश पब्लिकेशंस’ से...
पुस्तक : दोस्ती ( कविता - संग्रह )
मूल्य : 195 रुपये
लेखक : विनोद पाराशर
सुन्दर प्रस्तुति!
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मकरसंक्रान्ति की हार्दिक शुभकामनाएँ!
आपको आपके दूसरे कविता संग्रह ’दोस्ती’ के प्रकाशन पर बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंसादर
धन्यवाद! कविता जी।
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