गुरुवार, मई 05, 2011

किसी से कहना नहीं (लघु कथा)

माँ उदास हो आँगन में बैठी थी की तभी पड़ोस की आंटी आ धमकी. माँ को उदास बैठे देख उन्होंने पूछ लिया, "क्या बात हैं आज इतनी उदास क्यों हो".माँ ने बात टालते हुए कहा ,"कुछ ख़ास नहीं आज यूं ही थोडा मूड ठीक नहीं है ".आंटी जी माँ के पास बैठी और बोली ,"तुम कभी भी यूं ही उदास नहीं होती कुछ न कुछ बात तो है. मुझे नही बताओगी.आगे पढ़ें...

2 टिप्‍पणियां:

  1. मॊहल्ले में शायद ही कोई महिला छूटी होगी-जिसे यह खबर न मिली हो.बुजुर्गों ने सही कहा हॆ कि बहुत कम ऒरते होती हॆं जो बात को पचा जायें.अच्छी लघुकथा.शुभकामनायें!

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  2. शुक्रिया विनोद पाराशर जी...

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