tag:blogger.com,1999:blog-6803389637099288012.post7145157694649018355..comments2023-05-28T07:49:14.901-07:00Comments on दिल्ली ब्लागर्स एसोशिएशन DELHI BLOGGERS ASSOCIATION: गाँव व शहर की कविताविनोद पाराशरhttp://www.blogger.com/profile/16819797286803397393noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6803389637099288012.post-76404944902484572852013-04-10T10:54:02.898-07:002013-04-10T10:54:02.898-07:00धन्यवाद,सुमित जी।धन्यवाद,सुमित जी।विनोद पाराशरhttps://www.blogger.com/profile/16819797286803397393noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6803389637099288012.post-71254939555275506232013-04-10T10:39:45.161-07:002013-04-10T10:39:45.161-07:00अति सुन्दर… अति सुन्दर… Sumit Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/06852765514850701581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6803389637099288012.post-10270927818107780732013-04-10T10:31:45.936-07:002013-04-10T10:31:45.936-07:00विनोद पराशर जी आपने संक्षेप में पूरे आयोजन का विवर...विनोद पराशर जी आपने संक्षेप में पूरे आयोजन का विवरण बड़ी खूबसूरती से दे दिया ......मुख्य रचनाएँ ,उनके आधार बिंदु ,गाँव ,शहर और उनके बीच का फ़ासला ,ख्यालों और हकीकत के दायरे में कैसे कैसे मानव मन को प्रभावित कर रहा है ..................सभी कुछ ......आप बधाई के पात्र हैं साथ ही रति और त्रिपुरारी के सफल आयोजन एवं संचालन के लिए उन्हें भी मेरी दिली मुबारकबाद <br />Poonam Matiahttps://www.blogger.com/profile/02537790258861413412noreply@blogger.com